मेरी ज़ुबान
भटक जाता हूँ हर मोड़ पर, अजनबी सी हैं ये गलियाँ l इक तो लीक नयी मेरी, उसपर अन्जान शहर तेरा l
Monday, April 23, 2012
मुखौटा
यूँ चेहरे पे चेहरा लगाया है
की खुद को सभी से छुपाया है
जमाना कुचल देता एक मासूम को
मुखौटे ने ही इसको बचाया है !!!.......
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