दिल को अज़ीज़ थे जो सपने
तोड़ आया हूँ मैं
अपनी यादों को पीछे कही
छोड़ आया हूँ मैं
एक वक्त था की तू ही थी
मंजिल मेरी .......
......................
अब अपनी राहें
मोड़ आया हूँ मैं
तोड़ आया हूँ मैं
अपनी यादों को पीछे कही
छोड़ आया हूँ मैं
एक वक्त था की तू ही थी
मंजिल मेरी .......
......................
अब अपनी राहें
मोड़ आया हूँ मैं
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